लैंगिक समानता
लैंगिक समानता हमारे देश में लड़के लड़कियों के बीच आज भी भेद भाव किया जाता है।जिसके कारण लड़कों के तुलना में लड़कियों की मृत्यु दर अधिक होती है।आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की लड़कियों को स्कूल ना भेजकर घर के कार्यों में मदद ली जाती है। लड़कों की तरह लड़कियों को भी पढ़ाई के समान अवसर मिलने चाहिए। लिंग भेेेद के कारण उच्च शिक्षा के जगहों पर लड़कों की संख्या अधिक होती है।कार्य स्थलों पर भी उनकी संख्या ज्यादा होती है।इस कारण लड़कियों और महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है भारतीये मूल की महिलाओं नेे सभी जगह अपनी पहचान बनाई है।लेकिन आज भी महिलाओं को पूर्ण रूप से अवसर को प्राप्त करने का मौका नहीं मिला है।पुरुष प्रधान भारतीय समाज के ढा नचे के कारण आज भी महिलाओं को अवसर नहीं मिल पाते। हमें लड़कियों के कौशल विकास के लिए कार्य करने होंगेेेे।